Tuesday 9 December 2014

भोजपुरी सिनेमा के दूसरे दौर के अनछुए पहलू


 भोजपुरी सिनेमा का दूसरा दौर स्वर्ण काल था। यह दौर सन १९७७  से सन २००० ई० इस समय कई भोजपुरी फिल्में ब्लॉक बस्टर सुपर हिट हुई थी। इतना ही नहीं यह वह दौर था जब हिंदी सिनेमा के कई मशहूर हस्तियों ने अपनी जबरदस्त मौजूदगी दर्ज़ करायी और आज भी उनका नाम बड़े गर्व से लिया जाता है। मशहूर संगीतकार नदीम-श्रवण की हिट जोड़ी ने कई सुपर डुपर हिट फिल्मों का संगीत दिया। प्रसिद्द गीतकार समीर ने बतौर गीतकार अपना करियर भोजपुरी सिनेमा के गीत लेखन से किया। ऐसे ही और भी कई अनछुए पहलुओं पर आज हम चर्चा कर रहे हैं।


सन १९७७ में प्रदर्शित हुई भोजपुरी सिनेमा की पहली रंगीन फिल्म  बलम परदेसिया का निर्माण निर्माता निर्देशक नज़ीर हुसैन ने किया।  निर्मात्री थीं मुमताज़ हुसैन। राकेश पाण्डेय और पदमा खन्ना केंद्रीय भूमिका में थे। राकेश पाण्डेय की यह पहली भोजपुरी फिल्म थी। मुख्य साथी कलाकार में नज़ीर हुसैन, लीला  और जयश्री टी आदि थे। मशहूर संगीतकार चित्रगुप्त ने संगीत दिया था जो आज बहुत ही कर्णप्रिय है।


१९७७ में ही दूसरी रंगीन भोजपुरी फिल्म दंगल प्रदर्शित की गई। मुख्य कलाकार सुजीत कुमार, प्रेमा नारायण, राम सिंह थे। इस फिल्म से सिने जगत को एक महान खलनायक मिला राम सिंह, जो उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिला के मूल निवासी थे।  फिल्म के निर्माता बच्चू भाई शाह थे और निर्देशक थे रति कुमार। मशहूर संगीतकार नदीम-श्रवण ने संगीत दिया था यह उनकी बतौर संगीतकार पहली भोजपुरी फिल्म थी। काशी हीले पटना हीले...... यह गीत आज लोग बड़े चाव से सुनते हैं। इसके बाद माई के लाल, गंगा घाट इत्यादि कई भोजपुरी फिल्मों का संगीत इस हिट जोड़ी ने दिया।

अपने ज़माने की सुपर हिट फिल्म दंगल देखिये इस लिंक में -
 http://bhojpurinama.com/trendsplay/rwzaSOmHdys/Dangal---Full-Bhojpuri-Movie

नोट : शुक्रवार की शाम को अगले ब्लॉग में और भी कई अनछुए पहलुओं पर चर्चा करूँगा। आप सबसे अनुरोध है कि अगर कोई जानकारी छूट रही है तो कृपया अपने विचार प्रकट करें और सुझाव अवश्य दें। 

भोजपुरी सिनेमा के वीडियो देखने के लिए लॉगिन करें -
www.bhojpurinama.com

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