Tuesday 11 November 2014

भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत श्याम श्वेत फिल्म से

भोजपुरी सिनेमा की शुरुआत श्याम श्वेत फिल्म से : भोजपुरी सिनेमा के इतिहास में बहुत कुछ सीखने को मिलता है। आज भोजपुरी सिनेमा ने बिना किसी अनुदान अथवा सहयोग के गौरवशाली 50 साल पूर्ण करने के बाद अब सौ वर्ष की तरफ गर्व के साथ अग्रसर है। पहली भोजपुरी फिल्म - गंगा मईया तोहे पियरी चढ़इबो के निर्माण काल से अब तक भोजपुरी सिनेमा बहुत बदलाव हुआ है और आगे भी बहुत कुछ परिवर्तन देखेगा। आज हम चर्चा कर रहे हैं भोजपुरी सिनेमा की पहली फिल्म के निर्माण से श्याम-श्वेत (Black & White) फिल्मों के बारे में -
सबसे पहले हम नमन करते हैं उन महान हस्तियों को जिन्होंने भोजपुरी सिनेमा की उत्पत्ति की और आज उन्हीं की देन है जो हम सभी भोजपुरी सिनेमा से जुड़े हुए हैं। जब देश विदेश भोजपुरी बोली की बात होती है तो वहाँ भोजपुरी सिनेमा का भी जिक्र ज़रूर किया जाता है। 


देखिये भोजपुरी सिनेमा का एक गीत इस लिंक में -


पहली  भोजपुरी फिल्‍म का  निर्माण : जनवरी 1961 का वह ऐतिहासिक समय जब पहली  भोजपुरी फिल्‍म के निर्माण की आरंभिक तैयारियां नजीर हुसैन के मार्गदर्शन में शुरू हुई। फिल्‍म का नाम रखा गया  “गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो”। असीम कुमार, बच्‍चालाल पटेल, रामायण तिवारी और  भगवान सिन्‍हा जैसे हिन्दी सिनेमा  से जुड़े हुए भोजपुरीभाषियों के  अथक परिश्रम और आपसी सहयोग फिल्म निर्माण कार्य आरम्भ किया गया। उत्तर भारतीय फिल्‍मकर्मियों की एक सूची तैयार कर कलाकारों और तकनीशियनों का चयन किया गया। बतौर निर्देशक कुंदन कुमार का भी चयन किया गया और लेखक नजीर हुसैन की कहानी पर विश्वनाथ शाहाबादी और कुंदन कुमार ने तुरंत ही शूटिंग शुरू कर देने का फैसला कर लिया। 16 फरवरी 1962 को पटना के ऐतिहासिक शहीद स्‍मारक पर फिल्‍म का मुहूर्त समारोह संपन्‍न हुआ और अगले दिन से शूटिंग शुरू हो गयी। फिल्‍म से संबंधित सारे लोगों ने समर्पण की भावना के साथ अपना-अपना योगदान दिया। “गंगा मइया तोहे पियरी चढ़इबो” की पूरी टीम के अथक परिश्रम और लगन से फिल्म का निर्माण पूर्ण किया गया और वह स्वर्णिम दिन भी आया जब सन 1962 वर्षांत में प्रथम भोजपुरी फिल्म का पहला प्रदर्शन बनारस के प्रकाश टॉकीज की गई। लोगों में यह फिल्म देखने की ललक ऐसी जगी कि दूर-दराज़ गॉव से भी लोग ट्रैक्टर अथवा बैलगाड़ी से खानी-पीना साथ लेकर फिल्म देखने आने लगे।

भोजपुरी फिल्म एक गीत इस लिंक में - 


प्रथम फिल्मकी सफलता और अन्य फिल्मों का निर्माण : इस फिल्म की सफलता से भोजपुरी सिनेमा के निर्माण में फिल्म निर्माता रूचि लेने लगे। हालांकि उस समय रंगीन फिल्मों की जगह  श्याम-श्वेत (Black & White) फिल्मों निर्माण किया जाता था। भोजपुरी भाषी इलाकों में व्‍याप्‍त दहेज, बेमेल विवाह, नशेबाजी, सामंती संस्‍कारों तथा अंधविश्‍वासी परंपराओं से उत्‍पन्‍न सामाजिक समस्‍याओं पर आधारित भोजपुरी  फिल्म दर्शकों को यह महज फिल्‍म नहीं बल्कि अपनी ही जिंदगी की अनकही कहानी लगती थी। 
पहले की भोजपुरी फिल्म -  बिदेसिया का गीत देखिये  इस लिंक में - 
उस समय गंगा मईया तोहे पियरी चढईबो (1962), लागी नाही छूटे रामा (1963), बिदेसिया (1963), गंगा (1965), भौजी (1965), लोहा सिंह (1966), ढेर चलाकी जिनकरा (1971), डाकू रानी गंगा (1976), अमर सुहागिन (1978) इत्यादि श्याम-श्वेत भोजपुरी फिल्मों का निर्माण किया गया।

भोजपुरी सिनेमा के वीडियो देखने के लिए लॉगिन कीजिये -
www.bhojpurinama.com 





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